About Horror story in Hindi
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घबराहट के मारे रोहन भी उसे कुछ नहीं बोला। वो हाईवे खत्म होने ही वाला था कि रोहन ने उस लड़की का निचला हिस्सा उसके दोनों पैर उसके गाड़ी के सामने से गुजरते हुए दिखे। उसने हिम्मत की और गाड़ी नहीं रोकी और उन पैरों के आर पार हो गया। तभी उसकी कार के शीशे पर उस लड़की की ऊपर की बॉडी आकर गिरी।
एक आलीशान कमरे में तीन लड़की बिस्तर पर बैठी थी। तीनों ने राजस्थानी कपड़े पहने थे और तीनो बहुत ही खूबसूरत और प्यारी थी तीनो लड़कियां बीस से बाईस के बीच की...
यह कहानी एक छोटे से गाँव के एक युवक, राज, के बारे में है जो अपने दादा-दादी के साथ रहता था। गाँव में हमेशा कुछ अजीब सी बातें होती रहती थीं और लोग कहते थे कि गाँव के पास एक भूतों का शहर है। राज, भले ही बहुत ही नौसिखिया और बहादुर था, लेकिन भूतों की कहानियों से डरता था।
जीवन और मृत्यु, पृथ्वी पर मानव जीवन का अटल सत्य है । जो जीव जन्म लेता है वह एक ना एक दिन मृत्यु को प्राप्त होता ही है। एक मानवी अपने जन्म से मरण तक के सफर में हंसता है, रोता है, इच्छा करता है, सफलता प्राप्त करता है, असफल भी होता है, निराश होता है, भावुक होता है, क्रोधित होता है, रुष्ट होता है, कामना करता है, और त्याग भी करता है, ऐसा कहा जाता है कि अपने जीवन काल में अधूरी रह जाने वाली कामनाओ की पूर्ति करने के लिए जीव-आत्मा मृत्यु के बाद भी भटकती रहती है।
एक दिन, रात के समय राजू को अचानक एक रोने की आवाज सुनाई दी। वह दिल से घबराया और धीरे-धीरे हवेली की ओर बढ़ा। ध्वनि उसकी कानों में गूंथी गई और उसने देखा कि हवेली के बगीचे में एक छोटा सा बच्चा रो रहा था।
दोनों ने अपनी रूचि से सौंदर्य बढ़ाते हुए रात के अंधेरे में घर की ओर बढ़ते हुए अपनी बातचीत की। घर की छत पर बैठे एक आदमी ने उनको देखा और मुस्कराते हुए कहा, “तुम लोग क्या ढूंढ़ रहे हो?”
उस इंसान ने उंगली दिखाकर गाड़ी आगे बढ़ाने के लिए कहा। विजय ने इसके बाद फिर गाड़ी आगे बढ़ाई। उसको पता नहीं था कि वह लोग कहां जा रहे हैं। विजय गाड़ी चलाते चलाते बार बार आईने में देख रहा था उस इंसान को। वह आदमी पीछे शांति से बैठा हुआ था और अजीब तरह से मुस्कुरा रहा था।
वॉरेन दंपति अपने अनुभव और कौशल के लिए जाने जाते थे। उन्होंने एनफील्ड के घर में जाकर जांच की और पता चला कि घर में एक पुरानी और शक्तिशाली आत्मा का वास था। आत्मा एक पुराने संन्यासी की थी, जो घर में रहने वाले लोगों को परेशान करना चाहता था।
कहा जाता है उस रात के बाद आदमखोर कभी गांव में वापस नहीं आया। अंधेरे का साया ही उसकी मौत का कारण बना। यह कहानी गांववालों को याद दिलाती है कि कभी कभी अंधेरा ही सुरक्षा का दूसरा रूप होता है।
अब राकेश झुमकी को एक तांत्रिक के पास लेकर जाता है और उसको सारी बात बताता है। तांत्रिक को सब समझ आ जाता है।
फिर मौली जोर जोर से गुर्राने लगी. इधर उधर घुमती हुई वह अपने दोनों हाथों से दीवार को खुरचने लगी. और जोर जोर से चिल्लाने लगी.
उस रात के बाद गांववालों ने check here फैसला किया कि अमावस्या की रात को सभी घरों में अंधेरा रखेंगे। उन्होंने मिट्टी के दीये जलाने बंद कर दिए और रात भर अलाव जलाकर रखा।
हमने सोचा शायद वह बहुत डर गयी होगी. इसलिए वह बेचारी कुछ बोल नहीं पा रही होंगी.
यह कहानी सारा और उसकी बहन रोज की हैं, दोनों एक दिन कहीं बार घुमने गयी थी. वहां पर कुछ ऐसा हुआ की दोनों मे से एक बहन गुम हो गई.
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